शिवानन्द बागले
रसड़ा। जनपद के रसड़ा क्षेत्र के सरायभारती गॉव में क्षत्रिय भारत महासभा का जनपदीय महा सम्मेलन बुधवार की देर शाम हुई। क्षत्रियों ने संगठित होकर अपने अधिकार को पाने के लिये संघर्ष की हुंकार भरी। दो दर्जन से ऊपर सम्मानित क्षत्रियों को अंग वस्त्रम से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि क्षत्रिय समाज आज असंगठित होने के कारण ही राजीनीति और समाज के हर क्षेत्रों में पिछड़ता जा रहा है। स्थिति यह है कि समाज में अपमानित भी किया जा रहा है। क्षत्रिय समाज को अपना अस्तित्व बचाना है तो संगठित और जागरुक होना पड़ेगा। कहे कि क्षत्रिय समाज को संगठित अन्य समाज से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है जिनकी संख्या मात्र 3% प्रतिशत है।
आज वो समाज को संगठित किया तो उस समाज की प्रतिष्ठा बढ़ गई किसी को राज्यसभा सांसद तो किसी को बलिया जनपद का प्रभारी मंत्री तो किसी को विधायक सहित आदि पदों से नवाजा गया है। लेकिन हमारी संख्या 9% होने के बावजूद संगठित न होने के कारण कोई पूछने वाला नहीं है। क्षत्रियों में एकजुटता न होने के कारण विभिन्न राजनीतिक पार्टियां क्षत्रिय समाज को अपमानित कर रही है। प्रदेश में हमसे कम संख्या होने के बाद भी अन्य जातियां संगठित होने के कारण सम्मान पा रही। हमारे समाज के लोग ही पद पा कर अपने समाज के खिलाफ बयान देकर अपने कुल को कलंकित कर रहे हैं । इस मौके पर बैठक प्रदेश सचिव आनंद प्रकाश सिंह, जिला उपाध्यक्ष रमेश सिंह गुड्डू, संगठन मंत्री मृत्युन्जय सिंह, अमरजीत सिंह, तुषार सिंह, अमरजीत सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, अविनाश सिंह, श्रीकान्त सिंह, दीपक सिंह, विशाल सिंह, अकिंत सिंह, आशुतोष सिंह, पिन्टू सिंह, उपेन्द्रनाथ सिंह, सर्व जीत सिंह, धनन्जय सिंह, राज मंगल सिंह, जितेन्द्र कुमार सिंह, सत्यम सिंह आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता शमशेर बहादुर सिंह एवम संचालन विशाल सिंह ने किया।
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