पूर्व सहायक चकबंदी अधिकारी भागवत सिंह द्वारा क्षेत्र के चन्दाडीह गांव में काश्तकारों की बिना बैठक कराये ही खेत की मालियत अपने ऑफिस में ही लगाकर नक्सा बना दिये जाने का मामला काश्तकारों को जब मालूम हुआ तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गयी। गांव के दर्जनों काश्तकारों ने नवागत सहायक चकबन्दी अधिकारी मनोज कुमार पाण्डेय से मिले तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा यह नही किया गया है । पूर्व में रहे सहायक चकबन्दी अधिकारी भागवत सिंह द्वारा मालियत लगाया गया है। इस गांव के काश्तकारों ने कहा कि चकबंदी निरस्त करने के लिए 80 प्रतिशत से अधिक 215 काश्तकारों ने हस्ताक्षर युक्त पत्रक दिया था जिस पर आज तक कोई विचार नही किया गया।
गांव के किसानों का आरोप है कि बैठक भी नही हुई और खेत की मालियत लगा दी गयी। अब नवागत सहायक चकबन्दी अधिकारी मनोज पाण्डेय द्वारा बिना बैठक कराये गांव में चकबन्दी कराने के लिए प्रपत्र 5 बाटने की तैयारी किया जा रहा है। जिसका विरोध गांव के सदानन्द मिश्र, जयप्रकाश मिश्र, सुबास मिश्र, अवधेश मिश्र, ओमकार तिवारी, विनय तिवारी, नन्दकिशोर राजभर आदि किसानों ने चकबन्दी निरस्त करने के लिए 215 किसानों के हस्ताक्षर युक्त पत्रक सहायक चकबन्दी अधिकारी को दिया। उनका कहना है कि हमारे यहाँ पूर्व में चकबन्दी हुई है। धारा 52 का प्रकाशन भी हुआ है। खेत नाली चकरोड, खड़ंजा से जुड़े हुए है लगभग 41 बीघा जमीन ग्राम समाज की है। ऐसे में पत्र देकर काश्तकारों ने किसानों के हित को देखते हुए चकबंदी को निरस्त किया जाय।