बताया जा रहा है कि सोहांव विकास खंड क्षेत्र के पलिया खास ग्राम सभा का चौकाने वाला मामला प्रकाश में आया है यहाँ के लोगो का आरोप है कि दो साल पहले बिजली बिबजग से जुड़े लोग गांव में आये और गांव में बिजली जलाने के लिए आधार कार्ड और राशन कार्ड लेकर चले गए। यहां तक कि जिनके कागजात लिए उनके घर बोर्ड और मीटर भी लगा दिया। धीरे धीरे समय बीतता गया। और आज दो साल हो गए पर घरों में प्रकाश आना तो दूर गांव में बिजली के खंभे और तार भी नहीं दिखायी दिए। हम लोग प्रदेश के शायद ऐसे लोग है है जिनके गांव में बिना बिजली के ही मीटर, कन्नेक्शन ही नहीं बिजली के बिल भी बिना बिजली जलाए देखे है। बिल भी आता है, लेकिन बिजली नसीब नहीं होती है। जब से बिजली का कनेक्शन हुआ एक बार भी बिजली नसीब नही हुआ।
गांवों में बिजली पहुँचाने के लिए सरकार ने स्कीम भी चलाई ताकि गांवो में रोशनी पहुंच सके। इसके बाद भी गांव वाले ठगे महसूस कर रहे है। जबकि गावँ हो या शहर बीस से वाईस घण्टे बिजली देने की बात सरकार द्वारा कही जा रही है। इसके लिए बकायदा बिजली विभाग को बराबर निर्देश दिए जा रहे है लेकिन सरकारी अमला सरकार के आदेशों को मूल रूप देने में फेल साबित हो रहा है। जिससे ग्रामीण इलाकों में सरकार की किरकिरी भी हो रही है।