उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में देश की अर्थ व्यवस्था चौपट हो गयी है। चार पूंजीपतियों की दौलत दुगुनी बढ़ गयी है। नोटबन्दी ने देश की अर्थव्यवस्था तबाह कर दिया। जीएसटी ने छोटे व्यापारियों के व्यवसाय को चौपट कर दिया। वही कोरोना से प्रदेश एवम देश में दुर्व्यस्था के साथ अराजकता का माहौल पैदा कर दिया। कृषि कानून के विरोध में हो रहे आंदोलन को अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन करार दिया।
अपनी चिर परिचित अंदाज में क्षेत्रीय विधायक पर भी जम कर हमला बोला। कहा की पूर्वांचल के लोगों को पश्चिम के लोगों से सिख लेनी चाहिये जो भाजपा के कार्यकर्ताओं को छोड़िये गांव में मंत्रियों एवम विधायक को तक घुसने नही दे रहे है। इसके पूर्व कार्यकर्ताओ ने माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी, राणा प्रताप सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, बदरुदुजा उर्फ बबलू अंसारी, संजय यादव, अनिल सिंह, छोटेलाल राजभर, चंद्रमा सिंह, ललित सिंह बिट्टू, उत्तीर्ण पाण्डेय, जितेन्द्र यादव, सुशीला राजभर, बनारसी वर्मा, पंकज चौरसिया, पुरुषोत्तम यादव, आदि ने विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता विधान सभा अध्यक्ष विजय शंकर यादव तथा संचालन बीरबल राम ने किया।