वाराणसी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत पर संत समाज गहरे दुःख में है। संत समाज उनकी आत्महत्या पर सवाल खड़ा कर रहे है। यहां तक की सुसाइड नोट मिलने की बात को भी पूरी तरह से किसी षडयंत्र का हिस्सा माना जा रहा है। उनकी मौत और सुसाइड नोट मिलने के मामले में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रनंद सरस्वती ने गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि नरेंद्र गिरी कभी आत्महत्या नहीं कर सकते और जहां तक सुसाइड नोट की बात है। वह अपना हस्ताक्षर ही ठीक से नहीं कर पाते थे। तो चार पेज का इतना लंबा सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं। उन्होंने कभी जीवन मे दो पेज भी नहीं लिखा होगा। ऐसी परिस्थिति में कही किसी को फंसाने के लिए गहरा षड्यंत्र करके हत्या तो नहीं की गई है। यह जांच का विषय है।
उन्होंने यह भी कहा जो व्यक्ति सुसाइड करेगा वह महीनों से अवसाद में रहेगा फिर वह 2 दिन पहले दान में एक बड़ी बिल्डिंग को स्वीकार कैसे कर लेगा। जब वह निश्चय कर लिया है हमे इस दुनिया मे रहना ही नहीं है। ऐसे में इसके पीछे साजिश की बू आ रही है और प्रदेश सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग अखिल भारतीय संत समिति ने की है। समिति के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी जांच एजेंसियों पर उन्हें पूरा भरोसा है।