आजमगढ़। जनपद के अहरौला थाना क्षेत्र के भकुही गांव में रविवार को दिलजले फिल्म का रिव्यू देखने को मिला। प्रेमिका की शादी दूसरे से न हो इसके लिए प्रेमी ने साथियों के साथ मिलकर प्रेमिका के दूल्हे व उसके परिजनों का दिन दहाड़े अपहरण कर लिया। करीब 3 घंटे बंधक बनाए रखने के बाद दूल्हे के तीन मोबाइल लेते हुए दुल्हन से शादी न करने की चेतावनी देते हुए उसे छोड़ा। जिसके बाद बिलरियागंज थाने पहुंचे पीड़ित ने पुलिस को सारी बात बताई। पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। उधर मामले की जानकारी होते ही बारात लौट गयी, जिसके कारण शादी नहीं हो सकी।
जानकारी के अनुसार महराजगंज थाना क्षेत्र के सरदहा बाजार निवासी मो. परवेज पुत्र मो. नजीर की शादी अहरौला के गहजी भीलमपट्टी गांव में मो. सरताज की पुत्री से 5 सितंबर को होनी तय थी, परवेज की बरात सुबह साढ़े ग्यारह बजे सरदहा से निकली और कप्तानगंज कोईनहा मार्ग होते हुए भीलमपट्टी जा रही थी। दूल्हा भाई-भाभी, बहन, तीन बच्चे के साथ कार से अहरौला क्षेत्र के एक गांव के पास पहुंचा कि चार बाइक से 8 लोगों ने कार को ओवरटेक कर उसे रोक लिया। इसके बाद चालक को पीटने के बाद कार समेत दूल्हे का अपहरण कर लिया। अपहर्ता उसे लेकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे।
अपहरणकर्ताओं ने दूल्हे व कार में सवार उसके परिजनों को चेताया कि दुल्हन किसी की प्रेमिका है, लिहाजा उससे शादी करने वाले को जान से हाथ धोना पड़ेगा। यह सुनकर दूल्हा और उसके परिजन डर गए, फिर वह बिलरियागंज थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी दास्तान सुनाई। जिसके बाद बारात घर को लौटी और शादी नहीं हो सकी। इतना ही नहीं बारात में शामिल अन्य लोग दुल्हन के दरवाजे पर भी पहुंच चुके थे। दूल्हे के अपहरण की जानकारी होने पर सभी बाराती घर लौट गए, घटना के संबंध में अहरौला थाना प्रभारी श्रीप्रकाश शुक्ल ने बताया कि मामला मारपीट का है। जिसे लेकर बिलरियागंज थाने पहुंचे थे।फिलहाल मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।