दिग्विजय सिंह
नगरा। सरकार का निर्बाध विद्युत आपूर्ति का दावा क्षेत्र में विफल है ।मंगलवार की सुबह से कटी विद्युत आपूर्ति बुधवार की शाम तक पता नहीं ।जिससे क्षेत्र के150 से ऊपर गॉव 32 घण्टे से अंधेरे में डूबे हुए हैं । विद्युत आपूर्ति कब बहाल होगी कोई बताने वाला तक नहीं है।उपकेंद्र की मोबाइल स्विच ऑफ है तो अवर अभियंता फोन रिसीव नहीं कर रहे ।
ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घंटे निर्बाध बिजली देने और उपकेंद्रों के जर्जर मशीनों की जगह नई मशीन लगाने का दावा विद्युत उपकेंद्र नगरा पर खोखला साबित हो रहा है। उपकेंद्र के जर्जर मशीनों के ध्वस्त होने के कारण क्षेत्र के डेढ़ सौ से उपर गावों में मंगलवार की सुबह से विद्युत आपूर्ति बाधित है। विद्युत सप्लाई कब तक आएगी, इसको लेकर उपभोक्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वहीं महकमे के अधिकारी कर्मचारी कुछ बताने से परहेज कर रहे है।
नगरा विद्युत उपकेंद्र से लगभग डेढ़ सौ से अधिक गावों को बिजली आपूर्ति की जाती है। जब भी कोई त्योहार आता है या अधिक गर्मी पड़ती है, विद्युत आपूर्ति दगा दे जाती है और उपभोक्ता मायूस होकर रह जाता है। यहां के अधिकारियों के वजह से सरकार का ग्रामीण क्षेत्रों में बीस घंटे विद्युत आपूर्ति का दावा खोखला साबित हो रहा है। विद्युत उपकेंद्र की मशीनों को बार बार बदलने और नई मशीनों को लगाने के बावजूद भी क्षेत्र की जनता को सरकार के घोषणा के अनुसार बिजली नहीं मिल रही है। कभी लोकल फाल्ट तो कभी मेन सप्लाई गायब होने का दंश यहां की जनता झेलने के लिए मजबुर है। मंगलवार को सुबह आपूर्ति थी फिर दिनभर गायब रही । शाम को आपूर्ति आते ही विद्युत उपकेंद्र की मशीनों में तकनीकी फाल्ट होने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा तथा मच्छरों के प्रकोप से लोगो की नींद हराम हो गई। बुधवार को समाचार भेजे जाने तक बिजली सप्लाई नहीं आई थी।