शिवानन्द बागले
रसड़ा। गरीबों को दिए जाने वाला फ्री राशन आखिर किसके लिए ! कोटेदारों द्वारा कार्डधारकों के उत्पीड़न की चर्चाएं गाहे बगाहे हफ्ते दर हफ्ते सुनने को मिल जाती है। कभी इंस्पेक्टर तो कभी तहसीलदार एसडीएम के यहां पाती लिए दौड़ते नजर आते है। फिर भी यह समस्या आमतौर पर बनी रहती है। शासन के तरफ से तमाम कवायदें की जाती है लेकिन धरातल पर समस्याएं जस की तस दिखायी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला शनिवार को रसड़ा तहसील दिवस में देखने को मिला। जहाँ नगरा ब्लाक के परशुरामपुर गांव के सैकडों पुरुष व महिला कार्डधारक कोटेदार के उत्पीड़न की शिकायतें लेकर पहुँची है।
स्थानीय तहसील में एकत्रित हुए नगरा ब्लाक के परशुरामपुर गांव के कार्डधारकों द्वारा तहसील दिवस अधिकारी को दिए गए पत्रक में कहा है कि कोटेदार द्वारा उन्हें निर्धारित मात्रा से कम राशन दिया जाता है कभी 4 किलो तो कभी तीन जिलों प्रति यूनिट । पूरा मांगने पर धमकाने लगता है जिसको लेना हो ले नहीं लेना हो वो चला जाय। मजबूरन हम लोग कम मात्रा में मिला राशन लेकर चले आते है। इसकी शिकायतें भी की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई इसलिए हमलोग आज तहसील दिवस में अपनी बात कहने आये है। ताकि बड़ा अधिकारी इस मामले की जांच कराए और हमे हमारा राशन दिलवाने की कृपा करें। तहसील दिवस में पहुँचने वालों में मंसा देवी, जितेंद्र चौहान, मनोज चौहान, सुनील, रामप्रीत चौहान आदि रहे।
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