विनोद कुमार
सिकंदरपुर। सात समंदर पार सऊदी में नौकरी कर रहे बलिया के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बसारिकपुर निवासी सुभाष चंद्र चौहान का पार्थिव शरीर कल अपने वतन आ जायेगा। यह सब मुमकिन हुआ है जिले के रामगढ़ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश चौहान की मेहनत से। अखिलेश के लगभग तीन माह की भागदौड़ और सरकार के प्रयास से सुभाष के शव का परिवार वाले अंतिम दर्शन कर पाएंगे।
सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बसारिकपुर निवासी सुभाष चंद्रा चौहान वतन व अपनों से दूर रहकर सऊदी में मजदूरी कर रहा था। वहीं पर 30 जून 2021 को उसकी मृत्यु हो गयी। तीन दिन बाद उसके मृत्यु की खबर उसके परिजनों को मिली। अरब देशों के कानून और मानवीय संवेदना से इतर व्यवहार के कारण जिंदा लोगों की खोज सहज नहीं होती। तो शव को वापस भारत लाना आसान कहां था। घर वालों को यह ज्ञात नहीं था कि किस प्रक्रिया के तहत शव को वापस लाया जाए। इसको लेकर पूरा परिवार परेशान था।
दिल्ली में रहने वाले जिले के रामगढ़ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश चौहान ने इस परिवार के दर्द को समझा और सऊदी से शव मंगाने की जिम्मेदारी भी ले ली। डीएम से इस आशय का निवेदन किया। जिलाधिकारी कार्यालय से पहचान होने के बाद विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से संपर्क साधा। इस आशय के सभी दस्तावेज राजनीतिक दूतावास रियाद और उसके बाद वाणिज्य दूतावास इददाह से संपर्क कर शव को भारत तक पहुंचाने का दबाव बनाया। तीन अक्टूबर को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल पर शव पहुंचेगा। वहां से सड़क के रास्ते बलिया उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। इसका सभी खर्च भारत सरकार उठा रही है। बसारिकपुर में सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश चौहान की पहल की सराहना हो रही है।