* शिक्षा क्षेत्र पंदह के चकजलाल का मामला
* एबीएसए ने प्रधानाध्यापक को जारी की नोटिस
नवीन सिंह
पकड़ी। परिषदीय स्कूलों की कुछ दिनों से हो रही वायरल वीडियो से शिक्षा विभाग में हलचल सी मच गयी है। कुछ स्कूलों के प्रधानाध्यापक तो इतने झल्ला गए है कि उन्होंने विद्यालय में पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। यही नहीं कोई सूचना पूछने पर भी सीधे एबीएसए या बीएसए से लेने की बात कह रहे है। ऐसा ही मामला शिक्षा क्षेत्र पंदह के प्राथमिक विद्यालय चकजलाल पर मंगलवार को देखने को मिली। जहाँ एक दैनिक पेपर के पत्रकार एसडीआई द्वारा जांच की सूचना पर पहुंच गए और कुछ जानकारी लेनी चाही। अब विद्यालयों में पत्रकारों के रोक का आदेश बड़े अधिकारियों के कहने पर है या फिर अपने स्तर से ये खुद ही फैसला किये है यह तो जांच का विषय है।
ऐसा ही उदाहरण सोमवार को क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय चकजलाल पर देखने को मिला। जब मीडिया के लोगो को सूचना मिली थी कि आज खंड शिक्षा अधिकारी पंदह मनोज कुमार सिंह पकड़ी ,पूर तथा पहराजपुर सहित ग्राम पंचायत के कुछ विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने वाले हैं। सूचना के संज्ञान के क्रम में करीब 1.30 बजे मीडिया के लोग प्राथमिक विद्यालय चकजलाल पर पहुंचा तो वहाँ प्रधानाध्यापक विनोद कुमार एवं एक महिला शिक्षा मित्र उपस्थित थे।एबीएसए के आगमन को देखते हुए बच्चों को पढ़ाया जा रहा था।बाकी व्यवस्था चाक चौबंद करने की कोशिश की गई थी।
कुछ देर रुकने के बाद जब उपस्थित प्रधानाध्यापक विनोद कुमार से यह जानने का प्रयास किया गया कि आपके यहाँ कुल कितने बच्चे उपस्थित हैं तो उन्होंने कहा कि आप कौन हैं? जब उनसे अपना परिचय बताया गया तो उन्होंने कहा कि आप अपना पहचान पत्र दिखाइये या तो खंड शिक्षा अधिकारी या बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात कराइये अगर वो कहेंगे तो ही आपको कोई सूचना दी जाएगी।अन्यथा आप को कोई सूचना हम नही देंगे।अन्य अध्यापकों के बावत पूछने पर प्रधानाध्यापक का कहना था कि आप कौन होते हैं पूछने वाले ? अगर आप पत्रकार हैं तो इस विद्यालय में पत्रकारों का प्रवेश वर्जित है। आपको कोई सूचना चाहिए तो आप खंड शिक्षा अधिकारी या बीएसए से बात करिएगा। पत्रकार की उपस्थिति से भन्नाए प्रधानाध्यापक ने मोबाइल से किसी को हमारे आने की सूचना देने लगे।
इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि किसी भी विद्यालय में किसी भी मीडिया के लोगो के लिए कोई रोक नहीं लगाई गई है। मीडिया के लोगो को विद्यालय से संबंधित सूचना लेने का पूर्ण अधिकार है। उन्होंने कहा कि सम्बंधित प्रधानाध्यापक का व्यवहार निंदनीय एवं हतप्रभ करने वाला है। उनके द्वारा मीडिया से किये गए इस व्यवहार के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।