प्रतीकात्मक फोटो |
बृजेश सिंह
बलिया. जनपद के 16 मिलरों द्वारा 8 करोड़ के चावल का घोटाला सामने आया है। 16 राईस मिलरों द्वारा मिलकर की गयी घपलेबाजी पर आजमगढ़ RFC ने कड़ा कदम उठाया है। आजमगढ़ RFC ने राईस मिलरो की मिल, सम्पत्ति बेचकर भरपाई के निर्देश दिये हैं। इस मामले में आजमगढ़ RFC की कार्रवाई से मिलरों में हडकंप मच गया है।
बलिया के 16 राइस मिल संचालकों ने धान की कुटाई के बदले एफसीआइ में चावल जमा नहीं किया। बलिया जिले के में केजी गंगा ग्रुप ग्राम धरहरा, में सर्व यादव राइस मिल धरहरा, में आरजेएस फूड एंड कम्पनी सखुवापुर डेहरी (लखनेश्वर), में गायत्री राइस मिल बासडीह, में बादामी राइस मिल सुखपुरा, (खरीद) बासडीह, में कृति एग्रो इंडस्ट्रीज असेगा (खरीद)बासडीह, में आराध्या ग्लेरियस फुड्स बहादुरपुर कारी सदर, में मां अम्बे राइस मिल इटही कथरिया मुबारकपुर (गजहडा), में जिज्ञासु वेलफेयर एंड राइस प्रोसेसिंग रामपुर असली, में तिरुपति बालाजी इंटर प्राईजेज राइस मिल ताखा (कोपाचिट गर्वी), में चंद्रावती राइस मिल ब्रम्हाइन बलिया, में युवराज इंटर प्राइजेज बहादुरपुर कारी (कोपाचिट शर्की), में जय श्री एग्रो इंडस्ट्रीज बहादुरपुर कारी, में अतुल शक्ति इंटर प्राइजेज जिगनी रतसड़(कोपाचिट शर्की), में राजदीप राइस मिल जीराबस्ती बलिया, में गोपाल राइस मिल ककरी (सिकंदरपुर गर्वी) शामिल है। पैसे की वसूली के लिए प्रशासन ने राईस मिलरों की मिल, सम्पत्ति बेचकर भरपाई करने पर विचार कर रही है। प्रशासन जल्द ही राइस मिल संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज कराने के साथ ही बैंक गारंटी को जब्त करने की कार्यवाई शुरु कर देगी। साथ ही मिल के माल को सीज कर उसकी नीलामी की जाएगी।