अभयेश मिश्रा
बिल्थरारोड ( बलिया)। नगर में अवैध रूप से संचालित महिला अस्पतालों में हो रही जच्चा – बच्चा की मौतों के बाद भी स्वास्थ्य महकमा के कान पर जूं नही रेंग रहा है। सीएचसी सीयर पर तैनात कुछ आशा बहुओ के कमीशन खोरी के चलते आये दिन शिशु और प्रसूताएं काल के गाल में चली जा रही है। लगभग चार साल में यह पाँचवी घटना है। घटना के बाद ऐसे अस्पतालों में ताला बंद हो जाता है। प्रशासन द्वारा कोई करवाई नही की जाती है।
स्थानीय नगर के बस स्टेशन रोड पर स्थित जनता हॉस्पिटल में बुधवार को प्रसव के बाद शिशु की मौत हो गयी। परिजनों के हंगामे के बाद पहुची पुलिस ने बुलाकर इस हॉस्पिटल के डॉक्टर दम्पति को पुलिस चौकी सीयर ले गई। रात 9 बजे तक पुलिस, डॉक्टर व मृत शिशु के परिजनों से वार्ता चलती रही । मृत शिशु के पिता संजय यादव द्वारा डॉक्टर दम्पति के खिलाफ लापरवाही करने के आरोप में पुलिस को तहरीर दी गयी। मृत शिशु परिजनो का कहना था कि मुकदमा लिखा जाएगा तभी शिशु के शव का अंतिम संस्कार होगा।इस मामले में प्रसूता सुमन के पति संजय यादव निवासी साहुनपुर थाना उभांव ने पुलिस को दिए गए तहरीर में आरोप लगाया है कि हम अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर बुधवार के सुबह डिलेवरी कराने के लिए सीएचसी सीयर ले गए जहाँ डॉक्टर ने स्थिति गम्भीर देख रेफर कर दिया।
इसी बीच एक आशा बहु आयी और कहि की आप घबराइये नही हम आपको अच्छे जगह ले चलते है । वह आशा बहु जनता हॉस्पिटल ले गयी। जहाँ उस हॉस्पिटल के डॉक्टर एसबी भारद्वाज ने कहा कि हम और हमारी पत्नी रितु भारद्वाज एमबीबीएस है । हम लोग का रजिस्ट्रेशन है घबराने की बात नही है। सही सलामत घर भेज देंगे। इसके बाद ऑपरेशन से लड़का पैदा हुआ। लगभग आधे घण्टे बाद शिशु की मौत हो गयी। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही से शिशु की मौत हुई है। जबकि प्रसूता की भी स्थिति नाजुक बनी हुई है। इसके बाद मृत शिशु के परिजन बिल्थरारोड पहुंचकर बस स्टेशन रोड स्थित जनता अस्पताल पर हंगामा करने लगे। ।
सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर उभांव अविनाश कुमार सिंह और चौकी इंचार्ज सीयर सूरज सिंह मौके पर पहुच गये। और देर शाम को डॉक्टर दम्पति को बुलाकर पुलिस चौकी सीयर ले गए। मृत शिशु के परिजन पुलिस से तहरीर के आधार पर डॉक्टर दम्पति के खिलाफ सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने का मांग किया है। इंस्पेक्टर उभांव अवनीश कुमार सिंह का कहना है कि घटना की छनबीन किया जा रहा है।