गिरफ्त में कोटेदार |
बृजेश सिंह
बलिया। जनपद के चर्चित 45 लाख रुपये के खाद्यान्न घोटाले के मामले में आरोपित कोटेदार आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी की टीम ने शनिवार को वाराणसी में गिरफ्तार कर लिया। पकड़ी थाना के वीरपुर उर्फ चकरा गांव के कोटेदार पर काम के बदले अनाज वाली योजना में मजदूरों को खाद्यान्न देने के बजाय कालाबाजार में बेच देने का आरोप था। उसके खिलाफ नगरा थाना में वर्ष 2006 में इस संबंध में मुकदमा भी पंजीकृत है।
आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी के पुलिस लम्बे समय तक दबिशो के बाद आखिर में निरीक्षक कृष्ण मुरारी मिश्र की टीम के द्वारा तत्कालीन कोटेदार अभियुक्त ल्लन गिरी निवासी ग्राम वीरपुर उर्फ चकरा कोल्हुआ, थाना पकड़ी जनपद बलिया को शनिवार दोपहर में कचहरी चौराहा, जनपद वाराणसी से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी में निरीक्षक कृष्ण मुरारी मिश्र, मुख्य आरक्षी शशिकांत सिंह एवं आरक्षी सरफराज अंसारी शामिल है।
गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा सहअभियुत्तो से मिलकर विकास कार्यों के लगभग 14.50 लाख का खाद्यान्न और 15.80 लाख रु का नगद भुगतान कागज में फर्जी तरीके से दिखा कर गबन किया गया है। आरोपी के विरुद्ध थाना नागरा में वर्ष 2006 में धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 B, 34 भादवि एवं धारा 13 (2) भ्रस्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत है। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी की टीम गिरफ्तार आरोपित को बनारस एंटी करप्शन कोर्ट में प्रस्तुत करने की तैयारी कर रही है। जांच एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में काफी आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।