बृजेश सिंह
बलिया। कोविड के बढ़ते प्रभाव व भीषण ठंड में 12 वी तक के विद्यालयों के बन्द रखने के शासन के सख्त निर्देश के बाद भी कुछ निजी स्कूल धड़ल्ले से खुल रहे हैं। जबकि स्कूलों में 23 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है। शिक्षा क्षेत्र नगरा के कसेसर व भीमपुरा में स्थित 8वी व 12वी तक के कुछ विद्यालय शासन व प्रशासन की कार्यवाही से बेखौफ होकर विद्यालय भीषण ठंड में भी खोले हुए है। न इन्हें कार्यवाई का डर है और न ही कोरोना व ठंड से बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता। जनपदीय व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों की अनदेखी का धडल्ले से मजाक उड़ा रहे है।
बेसिक व उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त कतिपय निजी स्कूल हाड़ कंपा देने वाली ठंड और कोविड को दृष्टिगत में बन्दी के आदेश के बाद भी संचालित हैं। प्रि बोर्ड परीक्षा और टीकाकरण के लिए विद्यालयों को कुछ समय के लिए खोले जाने के लिए निर्देशित किया गया है लेकिन उसका लाभ उठाकर कुछ विद्यालय पूरे समय के लिए खोले जा रहे है। छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई और परीक्षा की डर से स्कूल जाने को मजबूर हैं। एक तरफ ठंड का कहर व दूसरी तरफ जिले में कोरोना ने एक बार फिर दस्तक दे दी है।जनपद में प्रतिदिन कोरोना के मरीज मिल रहे है। नगरा क्षेत्र के भीमपुरा व कसेसर स्थित कतिपय निजी स्कूल बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेशों का सरेआम उल्लंघन करते हुए कोहरे एवं भीषण ठंड में स्कूलों को संचालित कर है। अभिभावक इस भीषण ठंड में बच्चों को स्कूल भेजने को विवश हैं। मान्यता प्राप्त स्कूलों के अलावा क्षेत्र के कतिपय गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय एवं तमाम कोचिंग सेंटर भी कोरोना के गाइड लाइन के विपरित संचालित हो रहे है। इन कोचिंग संस्थानों में इस भीषण ठंड में प्रातः काल ही छात्र छात्राएं पढ़ने के लिए पहुंच जा रहे है। इन संस्थानों में जमकर कोरोना के नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है। अध्यापक एवं विद्यार्थियों द्वारा न तो दो गज दूरी बनाकर स्कूल या कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है और न ही मास्क का उपयोग किया जाता है। संस्थान के भवनों को सेनेटाइज भी नहीं किया जाता है। इन संस्थानों पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही का कोई डर भय नहीं है।