सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें घोषणा के बाद विधायक द्वारा एक हजार रुपये चन्दा देने पर समिति के लोग चन्दा वापस कर रहे और सम्मान में मंच पर दिया गया स्मृति चिन्ह भी वापस ले रहे । सोशल मीडिया पर डाली गयी पोस्ट बेल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र के पूरा उर्फ फरहदा गांव का बताया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष विनय गुप्ता और मनोज सिंह ने मीडिया को बताया कि विधायक जी चुनाव जीतने के बाद इस मंदिर पर आकर विवाह घर, सोलर लाइट, हैंडपंप देने की बात कही थी। लेकिन समय बीतता गया और हर बार उनके द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया गया।
गांव में दुर्गा मंदिर पर हो रहे राम कथा में वो इस बार भी सादर आमंत्रित थे। स्टेज पर 11 हजार रुपये सहयोग राशि देने की घोषणा की गयी। लेकिन जाते वक्त उन्होंने समिति के अध्यक्ष को केवल एक हजार रुपये ही दिए। जिसपर समिति के सदस्यों ने उन्हें उनका पैसा वापस देकर सम्मान स्वरुप दिया गया स्मृति चिन्ह वापस लेने का फैसला लिया और वही किया। इसके बाद मंच से उनकी घोषित सहयोग राशि न देने पर दिए गए सहयोग राशि को वापस करने का एलान किया गया। जिसका वहां पर उपस्थित लोगों ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। फिर क्या था विधायक के साथ हुई इस घटना की चर्चा क्षेत्र में तेजी के साथ फैलने लगी। इस संबंध में समिति के लोगों ने कहा कि हमलोगों ने सोचा था कि चलिये कार्यकाल खत्म हो रहा है कुछ सम्मानजनक सहयोग राशि भी दे देंगे तो सारे गिलवे शिकवे भुला दिए जाएंगे। लेकिन यह विधायक सम्मान पाने लायक ही नहीं है।
पहले भी वादा खिलाफी पर ताड़ीबड़ागांव में हो चुका है विरोध
फाइल फोटो: ताड़ीबड़ागांव |
फाइल फोटो: ताड़ीबड़ागांव |
फाइल फोटो: ताड़ीबड़ागांव |
विधायक द्वारा इसके पहले भी वर्ष 2018 में विधानसभा क्षेत्र के ताड़ीबड़ागांव में वादा करके पूजा पंडाल के स्थान और इंटरलॉकिंग नहीं कराया था जिससे नाराज समिति के सदस्यों ने दुर्गा पूजा पण्डाल में विधायक का प्रवेश वर्जित का बैनर और तख्ती लिखकर टांग दिया। उसकी भी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। मीडिया में खबर चलने के बाद विधायक की जमकर फजीहत हुई थी। कहा तो यहां तक जा रहा था कि मुख्यमंत्री ने मामले को संज्ञान में आने के बाद इनकी जमकर क्लास लगाई थी।
और आज एकबार फिर दुर्गा पूजा से जुड़ी पोस्ट वायरल हो रही है।