लखनऊ। बीजेपी ने मंगलवार को प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये है जिसमे लखनऊ की सीटें भी शामिल है। इसमें कइयों के नाम काटे गए है जिसमे मंत्री से लेकर विधानसभा अध्यक्ष का भी नाम शामिल है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पति-पत्नी विवाद में दोनों को ही पार्टी के टिकट सूची से बाहर का रास्ता दिखाते हुए कुछ वक्त पहले ही भाजपा की सदस्यता हासिल करने वाले इडी के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को सरोजनी नगर से उम्मीदवार बनाया है।
चर्चा से अलग कई नामों का ऐलान कर भाजपा ने चौंका दिया है। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा सरोजिनी नगर सीट की हो रही है। यहां से अब तक विधायक और योगी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्वाति सिंह का पत्ता काट दिया गया है। उन्होंने 2017 में इस सीट पर जीत हासिल की थी। इसी सीट से उनके पति दयाशंकर सिंह भी टिकट की दावेदारी कर रहे थे। दोनों ने ही विधानसभा में पोस्टर लगवाए थे और लगातार स्वाति सिंह जिस तरह से लोगों के बीच थीं, उससे माना जा रहा था कि वह अपने दावेदारी को लेकर आश्वस्त हैं। पति-पत्नी यानी यूपी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह के बीच अनबन की खबरें हमेशा से आती रही है लेकिन कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया में वह सुर्खियों में रही। दोनों सरोजनी नगर विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे। माना जा रहा है कि स्वाति सिंह और दयाशंकर की अनबन के कारण ही पार्टी ने उनका टिकट काटा है। साथ ही उनके पति दया शंकर को भी टिकट नहीं मिला है
लखनऊ पूर्व से आशुतोष टंडन को उतारा गया है। यहां से अपर्णा यादव और रीता बहुगुणा के बेटे को टिकट की उम्मीद जताई जा रही थी। बख्शी तालाब से योगेश शुक्ला मौजूदा विधायक का टिकट कटा। वहीं, भगवंतनगर से विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का टिकट कटा है। उनकी जगह बीजेपी ने इस बार आशुतोष शुक्ला पर भरोसा जताया है। बक्शी का तालाब सीट से मौजूदा विधायक अविनाश त्रिवेदी और कैंट सीट से मौजूदा विधायक सुरेश तिवारी का भी टिकट कटा है।