विनोद कुमार
सिकन्दरपुर (बलिया) उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी अपनी-अपनी दावेदारी ठोकने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। अपने क्षेत्र में पोस्टर व बैनर के माध्यम से क्षेत्रीय जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। हर दावेदार अपने स्तर से अपने समीकरणों को आम जनता व पार्टी नेतृत्व में अपने आप को फिट बैठाने के प्रयास करने में लगे हुए हैं। जातीय समीकरण के आधार पर बसपा के बरिष्ठ कद्दावर नेता भारतेंदु चौबे को सिकंदरपुर विधानसभा सभा में ब्राह्मण समाज का प्रमुख चेहरा माना जा रहा है।
सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र के चेतन किशोर गांव के रहने वाले भारतेंदु चौबे के बारे में सिकंदरपुर विधानसभा में लोग यह मान रहे है कि अगर बसपा सुप्रीमो मायावती सिकंदरपुर विधानसभा से भारतेंदु चौबे को अपना प्रत्याशी बनाती है। तो कहीं न कहीं ब्राह्मण समाज व बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा मिल सकती है। जिससे पार्टी का जनाधार बढ़ते हुए जीत की तर्ज अग्रसर कर देगा। कहा यो यहां तक जा रहा है कि भारतेंदु चौबे को बसपा से टिकट मिलने के बाद सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। सिकंदरपुर विधान सभा में एक मात्र ब्राह्मण चेहरा भारतेंदु चौबे का हैं जिनकी छवि हर वर्ग को प्रभावित करती हैं। भारतेन्दु चौबे 2005 से बसपा का दामन थामकर अभी तक पार्टी में उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए ईमानदारी व निष्ठा से लोगों को पार्टी में जोड़ने का काम किया हैं। वह हर समय हर कार्य व सुखदुख में कार्यकर्ताओं व क्षेत्रवासियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का काम किया करते हैं। हालांकि की अब यह देखना होगा कि बसपा का शीर्ष नेतृत्व इस ब्राह्मण चेहरे पर अपना दाव लगाती हैं या नहीं।