विनोद कुमार
सिकंदरपुर(बलिया)। अपनी कल्पनाओं को सुंदर चित्रों के माध्यम से व्यक्त करते हुए अक्सर एक अनुभवी चित्रकार को ही देखा गया है। लेकिन अगर एक 16 साल का लड़का बिना प्रशिक्षण यही करें और उसके चित्र भी कुछ अनोखे हो तो यह आश्चर्य की बात होती है। लीलकर निवासी पवन कुमार बचपन से ही तरह-तरह के चित्र बना रहे है। जिसमें जानवरों, चिड़ियाओ और देवी देवताओं का चित्र शामिल है। पवन इन चित्रों को दूसरे बच्चों की तरह नहीं बनाते, बल्कि अपनी कल्पनाओं के अनुसार उन्हें आकर देते है।
पवन को इस चित्रकारी का शौक 5 साल की उम्र से ही है। बचपन में वह समय मिलते ही इस तरह के चित्र बनाया करता था। घरवालों और रिश्तेदारों की तारीफों ने उसके लिए प्रोत्साहन का काम किया और उसके इस शौक को बढ़ावा मिला। पवन लीलकर का निवासी है। जिनके पिता विजय कश्यप मजदूरी का काम करते हैं। पवन सिकंदरपुर के गांधी इंटर कॉलेज पढ़ाई करते हैं तथा वंदना एजुकेशन वेलफेयर सोसाइटी में ट्यूशन पढ़ते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका चित्र कुछ विद्यालयों में भी लगाया गया है तथा पवन बहुत लोगों से चित्रकारी के लिए कई बार पुरस्कृत भी किए जा चुके है। पवन ने बताया कि आज वह किसी भी तरह का चित्र बना सकते हैं।