शासन का ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति का निर्देश क्षेत्र में विफल है। 36 घंटे तक लगातार विद्युत आपूर्ति बाधित रह रही है। विद्युत उप केंद्र पर तैनात अवर अभियंता और कर्मचारी अनापूर्ति की जानकारी भी नहीं देते हैं। विद्युत उप केंद्र नगरा पर सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति हेतु पांच फीडर बनाए गए हैं। विभाग का दावा था कि शासन की घोषणा के अनुरूप आपूर्ति क्षेत्र में मिलेगी लेकिन ठीक उलट उप केंद्र के अधिकारी काम कर रहे हैं। नगरा टाउन को छोड़ अन्य फीडरों पर आपूर्ति राम भरोसे होती है। सबसे दयनीय स्थिति कसौंडर फीडर की रहती है। इस फीडर पर बीते 36 घंटे से आपूर्ति ठप है। इसके चलते बैरही, लहसनी, परशुरामपुर, इम्लिसिया, बजरिया, अखरही, ताड़ीबड़ा गांव, आकटही, सपही, वीर चन्द्रहा, पाल चन्द्रहा, निकासी, मलप, घोघा, तियरा हैदरपुर, सरजापुर, कसौंडर, अब्दुलपुर मदारी समेत कुल 30 गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों का आरोप है क्षेत्र में अन्य फीडरों पर संचालित मोबाइल टॉवर संचालकों से जेई व कर्मियों की सेटिंग होने से आपूर्ति ठीक रहती है जबकि इस फीडर पर संचालित टॉवर संचालक से सेटिंग नहीं होने के कारण आपूर्ति बदहाल रहती है। इसके चलते 30 गांवों के लोग पिस रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह से इस फीडर पर आपूर्ति बाधित है। कभी कभी रात में चार से पांच घंटे ही आपूर्ति मिल पाती है। रविवार की सुबह पांच बजे से गायब आपूर्ति सोमवार की शाम बहाल नहीं हो सकी थी।
ग्रामीणों के आरोपों की होगी जांच
बताया गया है कि रात को तीन पोल का तार हवा के कारण टूटा था जिसके मरम्मत का कार्य चल रहा है और जल्द बिजली की आपूर्ति बहाल होगी। ग्रामीणों के आरोपों के बाबत विद्युत वितरण खंड तृतीय से रिपोर्ट मंगाकर जांच की जाएगी।
– आरके जैन, अधीक्षण अभियंता, विद्युत, बलिया