भीमपुरा, बलिया। मुर्गिफार्म संचालक की हत्या के मामले में घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। हालांकि इस दौरान पुलिस कुछ युवकों को थाने लाकर पूछताछ कर रही थी, बावजूद इसके हत्यारों तक तो दूर हत्या के कारणों का पता लगाने में भी नाकाम दिख रही है। इस दौरान निर्दोष युवकों को रात में थाने लाकर पूछताछ करने से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार के दिन थाने पर धरना देकर निर्दोषों को प्रताड़ित न करने और कातिलों को पकड़ने की मांग भी की थी। इस मामले में सीओ रसड़ा और एसओजी की टीम भी दो दिनों तक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका में रही लेकिन पुलिस घटना का खुलासा करने से काफी दूर दिखाई पड़ रहे हैं। इस मामले के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है
बता दें कि थाना क्षेत्र के लखुबरा लवाईपट्टी गांव के चंद्रभान चौहान की 25 अक्टूबर की रात को मुर्गिफार्म में सोते समय अज्ञात बदमाशों ने चेहरा व सिर बुरी तरह कूचकर जघन्य हत्या का प्रयास किया था। घटना के अगले दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। घटना के दिन से स्थानीय पुलिस और स्वाट टीम घटना का खुलासा करने में जुट गई। फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची थी। स्वाट टीम और क्षेत्राधिकारी दो दिनों तक क्षेत्र में डेरा डाले रहे। घटना के बाद क्षेत्र से एक दर्जन से अधिक युवकों को थाने लाकर पुलिस ने पूछताछ की लेकिन नतीजा शून्य दिखा। युवकों को रात में घर से उठाकर थाने लाकर पूछताछ करने से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को थाने में धरना – प्रदर्शन किया। जिसके बाद थानाध्यक्ष ने निर्दोषों के ऊपर कार्यवाई न करने का आश्वासन देकर उनके धरने को समाप्त कराया।
सूत्रों की माने तो रात को एडिशनल एसपी भी थाने का दौरा किये जिसके बाद अगली सुबह पूछताछ के लिए लाये गये सभी युवाओं को छोड़ दिया गया।मुर्गिफार्म संचालक की हत्या हुए पांच दिन बीत गए। लेकिन हत्यारे पुलिस की पकड़ से बाहर है। चंद्रभान की हत्या किन कारणों से की गई उसे पता लगाने और उसके कातिलों तक पहुंचने में पुलिस के पसीने छूट रहे है।