बलिया। थाना उभांव अंतर्गत ग्राम अवाया के पास छोटी माइनर में 5 जनवरी को एक युवती का अर्धनग्न शव मिला था। प्रत्यक्षदर्शी युवती की स्थिति देख दुष्कर्म की आशंका व्यक्त किये थे। जिसकी शिनाख्त आरती पुत्री शिवनारायन राजभर निवासी ग्राम चौकिया थाना उभांव जनपद बलिया के रुप में की गयी थी । इस संबंध में थाना उभांव धारा 302 के तहत अज्ञात पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था । इस मामले में युवती के भाभी के ममेरे भाई को गिरफ्तार कर घटना के 5 दिन बाद सोमवार को मामले का सफल अनावरण कर दिया गया। पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति व एएसपी के बयान में युवती के अर्धनग्न शव अब भी सवाल खड़े कर रहे है। वहीं परिजन शुरु से ही दुष्कर्म व पीएम पर सवाल खड़े करते आ रहे है। लेकिन पुलिस उसे दरकिनार करते हुए विज्ञप्ति में मुंह दबाकर तो एएसपी ने गला दबाकर मारने की पुष्टि की है ?
पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने इस घटना का पटापेक्ष करने के लिए तीन टीमें गठित की थी। सोमवार को एसएचओ उभांव अविनाश कुमार सिंह मय फोर्स मुखबीर की सूचना पर अभियुक्त अंचल राजभर S/O सूरज निवासी रामपुर कानूनगो को बेल्थरा बाजार चट्टी के पास से 04.15 बजे गिरफ्तार कर लिया ।
अपर पुलिस अधीक्षक विजय त्रिपाठी ने घटना का पर्दाफाश करते हुए मीडिया से बताया कि पूछताछ में अभियुक्त अंचल राजभर द्वारा बताया गया कि मेरी बुआ की लड़की रीना की ससुराल चौकिया थाना उभांव मे थी जहां मै अक्सर आता जाता रहता था। मेरा रीना की ननद मृतिका आरती से सम्पर्क हो गया था । इसी बीच मेरे द्वारा एक मोबाइल व सिम मृतिका को चोरी से दे दिया था। जिससे आपस में हम लोग बातचीत करते थे। इसी बीच मृतिका को उसकी छोटी बहन पूजा व भाई गुडडू ने बात करते हुए पकड़ लिया था । बहन भाइयों में मारपीट हुई थी फिर भी वह चोरी से मौका निकालकर मुझसे बात करती थी । 2 जनवरी को मुम्बई से घर आने के लिए निकला इस बात की मृतिका को जानकारी थी। अगले दिन गोदान एक्सप्रेस से बेल्थरा रोड स्टेशन उतरा तो मृतिका मिलने के लिए जिद करने लगी व कहने लगी अगर नही मिलोगें तो मै अपनी जान दे दूंगी। रात करीब 10.30 बजे मृतिका ने मुझे फोन करके अवाया पावर हाउस के पीछे बगीचे मे बुलाया उसके बाद हम दोनो बड़ी नहर की तरफ से खेतों में होते हुए एक छोटी माइनर तक पहुंच गए। उसके बाद मृतिका मुझसे शादी करने की जिद करने लगी। मैने कहा कि जहां पर शादी तय है। उसी से शादी कर लो मगर वह मेरे से शादी करने की जिद करने लगी। काफी समझाने के बाद भी मानने को तैयार नही थी तो मै उठकर जाने लगा तो मुझे पकड़ ली। उसी छिनाझपटी में हम दोनो नहर के गढढें में चले गए । पानी में गिरते ही मैने उसके मुंह को जबरदस्ती पानी मे दबा दिया। कुछ देर बाद उसकी सांस रुक गयी। मै घबरा गया था मौके से मृतिका आरती के द्वारा लाया गया टिफिन, चप्पल को नहर के थोड़ा आगे फेक दिया व मोबाइल को साथ लेकर चला गया व सिम को भागते समय कहीं तोड़कर फेंक दिया । आज पुनः मुम्बई भागने की फिराक में था कि पुलिस ने पकड़ लिया। उसके पास से मृतिका की छोटी मोबाइल बरामद की है। पुलिस के खुलासे झोल ही झोल है। प्रेसनोट में मुह दबाने की बात है वहीं एएसपी के वीडियो बयान में गला दबाकर मारने की बात कही है। इसके अलावे भी युवती अर्धनग्न कैसे हुई और परिजनों के मुताबिक गर्दन पर चोट व जंघे पर खून के निशान कैसे आये इसका जिक्र कहीं नहीं मिला। परिजनों के सवालों के जबाब पुलिस नहीं दे पाई है। जो युवती के अर्धनग्न शव के खुलासे पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहे है ?