बृजेश सिंह
बलिया। उत्तर प्रदेश से बिहार को जोड़ने वाले जनेश्वर मिश्र सेतु से शुक्रवार को सुबह दस बजे के आसपास एक 20 वर्षीय युवक अपनी ईहलीला समाप्त करने के लिए गंगा नदी में छलांग लगा दी। यह दृश्य पुल से गुजरते किसी व्यक्ति ने देखकर पुल से कुछ दूरी पर दुबहड़ थाने के पुलिसकर्मी से बतायी। इस बात की जानकारी होते ही स्थानीय पुलिस चौकन्ना हो गयी। युवक के मोबाइल पर आए फोन से युवक की पहचान अभिमन्यु सिंह पुत्र विजेंद्र सिंह निवासी भरसौता थाना हल्दी का निवासी के रुप मे हुई है।
अभिमन्यु रोज की तरह बगीचे में दौड़ लगाकर भरसौता से बलिया के लिए चला। अपने शिक्षा की कुछ किताब, 1 जोड़ी जूते लेकर अपने बाबा रामदेव सिंह से बलिया बड़ी मां के यहां जाने की बात कह मोटरसाइकिल यूपी 60/एन1330 से चल दिया। परिवार के अन्य सदस्य को किसी भी बात की जानकारी नहीं थी। उसने बलिया न जाकर जनेश्वर मिश्रा सेतु पर पहुंचकर अपनी मोबाइल मोटरसाइकिल के साथ एक बैग में रख दिया। उसके बाद चप्पल आराम से पुल के ऊपर खोलकर गंगा नदी में छलांग लगा दिया। घटना के बाद उसके मोबाइल पर किसी का कॉल आया तो पुलिसकर्मी ने रिसीव कर इस लड़के के बारे में सारी जानकारी प्राप्त की। साथ ही कॉल करने वाले से दुर्घटना के विषय में बताया।
घटना की जानकारी होने पर दुबहड़ थानाध्यक्ष अनिल चंद्र तिवारी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। सूचना पर पहुंचे एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुँचकर युवक की खोज शुरू कर दी। परंतु शव को अभी तक खोजा नहीं जा सका है। इस घटना की सूचना मिलते ही भरसौता गांव के ग्रामीण लड़के के बाबा रामदेव सिंह के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि अभिमन्यु सिंह बंगाल में शिक्षा ग्रहण करते थे पिछले 4 माह पूर्व बलिया आकर सेना की तैयारी में नियमित दौड़ लगाता था उसके बाद पूरे दिन अपनी बड़ी मां के यहां बलिया चले जाता था। उसने घर पर बताया कि मैं बलिया जा रहा हूं। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया बाबा रामदेव सिंह बदहवास स्थिति में है। अभिमन्यु सिंह के माता पिता और एक बड़ी बहन दुर्गापुर बंगाल में रहते हैं। जहां पिता विजेंद्र सिंह ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। घटना का कारण अब तक ज्ञात नहीं हो सका है शव की खोज एनडीआरएफ टीम के द्वारा की जा रही है।