नवीन सिंह
पकड़ी। लोक नायक जय प्रकाश नारायण की जयन्ती के अवसर पर सिकन्दरपुर के गांधी आश्रम के प्रांगण में समारोह को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री राजधारी ने कहा कि 1974 में छात्रों के आग्रह पर महँगाई वेरोजगारी, और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जे.पी. ने सम्पूर्ण काति का उदघोष करके तत्कालीन तानाशाह सत्ता को अपदस्त किया था, तथा देश में लोकतन्त्र की बुनियाद को मजबूती प्रदान की थी। जेपी सत्ता परिवर्तन के साथ – साथ व्यवस्था परिवर्तन के हिमायती थे, जिसमें शोषण मुक्त, समरयुक्त एवं समृद्ध समाज की अवधारणा थी।
पूर्व मंत्री ने आज की राजनीति की चर्चा करते हुए बताया कि येन-केन प्रकरेण सत्ता हासिल करना अभीष्ट हो गया है, राजनीति से विचार, मुद्दा एवं वार्यक्रम लगभग गायब है। जयंती के अवसर पर आपातकाल अन्तर्गत जेल में बन्द रहे लोग तन्त्र रक्षक सेनानियों एवं क्षेत्र के पत्रकारों को सम्मानित किया गया। समारोह को प्रमुख रूप से जयप्रकाश सिंह, नवीन कुमार सिंह, राजऋषि सिंह, सुनील सिंह, वैजनाथ पाण्डे, सुरेश सिंह, रंजीत राय, विमल कुमार राय, दया शंकर भारती, चुन्नीलाल गुप्ता आदि ने सम्बोधित किया, अध्यक्षता काशीनाथ तिवारी एवं संचालन भोला सिंह ने की।