बैरिया। सरकार का बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री पहुचाने का दावा फिसड्डी साबित हो रहा ।एक माह से बाढ़ का दंश झेल रही बाढ़ पीड़ितों का धैर्य जबाब दे गया और त्रिपाल के लिए चांददियर की बाढ़ पीड़ित सैकड़ो महिलाओं ने बैरिया तहसील पर गुरुवार को पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। नायब तहसीलदार समझाने बुझाने के प्रयास में लगे रहे लेकिन महिलाएं प्रधान पर भेदभाव का आरोप लगाकर त्रिपाल यही से ले जाने की जिद पर अड़ी हुई थी। देरशाम तक तहसील प्रशासन की शून्यता को देख महिलाएं थक हार कर वापस लौट गयी।
तहसील के चांददियर नई बस्ती की सैकड़ो महिलाएं बैरिया तहसील पर अपना आधार कार्ड लेकर पहुची और ग्राम प्रधान पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए त्रिपाल की मांग करने लगी।नायब तहसीलदार रजत कुमार सिंह बिना जांच के त्रिपाल देने में असमर्थता जताई तो महिलाएं उपजिलाधिकारी अभय कुमार सिंह के चेम्बर में घुसने लगी, गार्ड ने महिलाओं को रोककर पांच महिलाओं को एसडीएम के समक्ष जाने दिया।महिलाओं ने एसडीएम को बताया कि हमलोगो के गॉव का प्रधान गैर बिरादरी का है वह हम लोगों के साथ भेदभाव कर रहा । हम लोगो को त्रिपाल नही मिल पायेगा, आप यही त्रिपाल दिलवा दीजिए।एसडीएम ने शुक्रवार को सुबह 10 बजे नायब तहसीलदार से उनके गांव में ही त्रिपाल भेजवाने का आश्वासन दिया। किन्तु महिलाएं त्रिपाल लेने की जिद पर अड़ी रही। किन्तु अफसरों का अड़ियल रुख देख तहसील प्रशासन को कोसते हुए महिलाएं खाली हाथ वापस लौट गई।
इस संदर्भ में नायब तहसीलदार रजत सिंह ने बताया कि कुछ त्रिपाल बाढ़ पीड़ितों को उपलब्ध कराया गया है जो शेष बाढ़ पीड़ित है उन्हें शुक्रवार को मौके पर ही जाकर जांचोपरांत त्रिपाल उपलब्ध करा दिया जाएगा ।