पश्चिम बंगाल। कोलकाता शहर में साल्ट लेक स्थित विकाश भवन स्थित राज्य सरकार के शिक्षा विभाग मुख्यालय के बाहर मंगलवार को नौकरी से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं प्राथमिक विद्यालयों की पांच अनुबंधित अध्यापिकाओं ने कथित रूप से जहर खा लिया।अध्यापिकाएं नौकरी पक्की करने और उनके तबादलों को रद्द करने की मांग कर रही थीं, क्योंकि इस तबादले के कारण उनमें से कुछ को अपने घरों से बहुत दूर जाना पड़ा। जहर खाने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ 4 की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
शिक्षकों के जहर खाने का परेशान करने वाला वीडियो पत्रकार अनिंद्य बनर्जी ने शेयर किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नारेबाजी करते हुए विकास भवन के प्रांगण में जबरन प्रवेश करने और आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन करने पर जैसे ही उन्हें गिरफ्तार किया गया, उनमें से चार ने ‘बोतलों से कुछ द्रव पी लिया’। उन्होंने बताया कि पांचवीं महिला ने भी वैसा ही करने का प्रयास किया लेकिन एक महिला कांस्टेबल ने उसे रोक दिया और वह ज्यादा गटक नहीं पायी। अधिकारी ने कहा, ” सभी पांचों को एक सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां उनकी हालत गंभीर बतायी जा रही है। पांचवीं महिला खतरे के बाहर है। ” अनुबंधित स्कूली शिक्षकों के मंच ‘ शिक्षक ओक्यो मंच’ से संबद्ध ये सभी प्रदर्शनकारी अध्यापिकाएं नौकरी पक्की करने और उनके तबादलों को रद्द करने की मांग कर रही थीं, क्योंकि इस तबादले के कारण उनमें से कुछ को अपने घरों से बहुत दूर जाना पड़ा। इन पांचों शिक्षिकाओं ने इसी महीने शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के निवास के बाहर भी प्रदर्शन किया था और जानना चाहा था कि उनकी मागें क्यों नहीं पूरी की गयीं। इस घटना पर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा, ” शिक्षा मंत्री की ओर से ध्यान नहीं दिये जाने के कारण इन शिक्षिकाओं को जहर खाना पड़ा।” सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने इन अध्यापिकाओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा, ” यह देखा जाना है कि कहीं से किसी ने उन्हें उकसाया तो नहीं। उपयुक्त जांच से सच्चाई सामने आयेगी।” शिक्षा मंत्री एवं उनके विभाग के अधिकारी इस विषय पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।सोर्स:लोकमत