बृजेश सिंह
श्री तिवारी की माने तो मणीन्द्र सिंह ने अपनी पत्नी सबिता सिंह के नाम मात्र 2 डिसमिल ही जमीन बैनामा कराया है । मणीन्द्र सिंह इतना शातिर व सिनजोर किस्म का व्यक्ति है कि माननीय दीवानी न्यायालय से अपने काबिज भूखंड पर बिंदुवार स्थगन आदेश लिया हुआ है और इस स्थगन आदेश को दिखाकर अपने पैसे के बल पर स्थानीय पुलिस व लेखपाल राजेश राम को साजिश में लेकर इसको पूरे भूखंड पर दर्शा देता है । जबकि इसी भूखंड के तीसरे सहखातेदार गामा द्वारा मकान बनायी जा रही है,उस पर यह स्थगन नही लग रहा है । यह स्थगन केवल जयराम तिवारी को परेशान करने व अवैध वसूली के लिए है ।
बता दे कि यह विवाद तत्कालीन उप जिलाधिकारी बांसडीह अन्नपूर्णा गर्ग के समय मे भी पहुंचा था । तब श्रीमती गर्ग ने इसकी जांच कराने के बाद श्री तिवारी को कब्जा दिलाने का आदेश भी दिया था लेकिन उनका स्थानांतरण हो जाने से मामला अधर में लटक गया। इस विवाद को हल नही होने देने में क्षेत्रीय लेखपाल राजेश राम व मणीन्द्र सिंह की दुरभिसंधि पूर्णरूप से जिम्मेदार है।