बृजेश सिंह
आप को बताते चले कि प्रधानाध्यापक पर पहले भी ऊपर फर्जी शिक्षक होने का आरोप लग चुका है। लेकिन अब तक जांच के दायरे से दूर रहे है। डीबीटी मामले में बीएसए द्वारा दी गयी जांच पर खण्ड शिक्षा अधिकारी रसड़ा की जांच रिपोर्ट पत्रांक-433/2021-22 दिनांक 18.10 2021 में उनके विरुद्ध शिकायते सही पायी गयी। जिसपर बीएसए शिवनारायण सिंह ने प्रथम दृष्टया निम्न आरोपो में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया-
1. शासन/विभाग की शीर्ष प्राथमिकता की योजना डी0बी0टी0 के माध्यम से छात्र-छात्राओं के यूनिफार्म जूता-मोजा,बैग की धनराशि उनके अभिभावकों के खातों में स्थानान्तरित किये जाने हेतु गतिमान कार्य हेतु आयोजित बैठक में डी0बी0टी0 का कार्य प्रारम्भ न करने का कारण पूछे जाने पर अभ्रदता से जबाब देना,
2. अपने मूल कर्तव्यों के प्रति स्वेच्छाचारिता का आचरण करना।
3. अध्यापक आचरण नियमावली के संगत प्राविधानों का उलंघन करना।
निलंबन में बंशीधर श्रीवास्तव, खण्ड शिक्षा अधिकारी, नगर को जांच अधिकारी नामित करते हुए उन्हें निर्देशित किया गया है कि आरोप पत्र अद्योहस्ताक्षरी से अनुमोदित कराकर जांच की कार्यवाही नियमानुसार 15 दिन के अन्दर पूर्ण करें। निलंबन अवधि में उनको कम्पोजिट विद्यालय चिलकहर क्षेत्र चिलकहर पर संबद्ध कर दिया गया है।