बलिया। काबुल से लौटे जनपद के बांसडीह कोतवाली के छितरौली गांव के युवक ने बयां की अफगानिस्तान की दास्तां। कहा कि तालिबानियों द्वारा अराजकता का माहौल फैला दिया गया है। उनके द्वारा महिलाओं और बच्चों पर ज्यादती की जा रही है। उसके साथ डेढ़ सौ लोगों को अगवा कर एक कमरे में बंद कर लिया गया था। आठ किलोमीटर चलकर वह एयरपोर्ट पहुँच पाया। हम अपने घर जिंदा लौट आये है ये हमकों विश्वास ही नहीं हो रहा है।
अफगानिस्तान में स्टील कंपनी में छः माह पूर्व कार्य करने गया बांसडीह कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा छितरौली निवासी राजेश पांडेय के चेहरे पर अभी भी खौफ है।वह काबुल से 23 अगस्त को सुरक्षित भारत पहुँचा तो उसे देखने के लिए गांव व रिश्तेदारों की भीड़ लग गयी। । उसने बताया कि बंधक बनाए जाने के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं घर नहीं लौट पाऊंगा। बंधक बनाये कमरे में ऐसा माहौल बना था कि कोई एक दूसरे से बात करना तो दूर उनकी तरफ देखने से भी डरता था। सरकार के प्रयास से आज मै अपने परिवार के बीच हूं। कहा कि अब जीवन में मै कभी अफगानिस्तान नहीं जाऊंगा।