संतोष द्विवेदी
नगरा। बेखौफ चोरों के आगे नगरा की पुलिसिंग फेल होती दिख रही है। चोरी की कई घटनाएं ऐसी है जिसमें पुलिस के हाथ आज भी खाली है। यही नहीं एक माह से भी कम समय में चोरों ने 4 बाइकों को उड़ाकर नगरा पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। पुलिस उन बाइक चोरों पर लगाम कसना तो दूर चोरी का मुकदमा दर्ज करना भी जरुरी नहीं समझा। पीड़ित थाने का आज भी चक्कर लगा रहे है। मीडिया के हस्तक्षेप के बाद सिर्फ एक मुकदमें को पंजीकृत करने की जहमत उठायी। चोरी की कुल छः घटनाएं है जिसमें सिर्फ एक मे मुकदमा दर्ज है। एक मे सीएम के यहां शिकायत के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
केस – 1 मंगलवार की रात में सलेमपुर चट्टी पर चोरों ने किराने की गुमटी को पीछे से तोड़कर हजारों रुपए का समान व नगदी लेकर गायब हो गए।
केस -2 बाइक चोरी की ताजा घटना 14 सितम्बर की है। थाने से दो सौ मीटर दूर शिक्षकों का धरना प्रदर्शन चल रहा था। जिसमे भीमपुरा थाना क्षेत्र के वाराडीह लवाईपट्टी निवासी प्राथमिक शिक्षक उदय बहादुर यादव बीआरसी पर बाइक खड़ा कर जूनियर हाई स्कूल में आयोजित धरना में चले गए। धरना खत्म होने के बाद वापस आए तो जहां बाइक खड़ा किए थे, वहा बाइक नहीं दिखी। जबकि गाड़ी पर रखा उनका हेलमेट वहीं पड़ा था।चारो तरफ ढूंढने के बाद जब बाइक नहीं मिली तो पुलिस को तहरीर दिए लेकिन पुलिस इस घटना में अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
केस 3 – बाइक चोरी की दूसरी घटना 13 सितम्बर की रात की है। थाना क्षेत्र के गोठवा निवासी राकेश सिंह पुत्र रमायन सिंह 13 सितम्बर को सायंकाल 7 बजे राजू सिंह के सोनाडी स्थित घर के सामने बाइक खड़ा कर अंदर खाना खाने गया और वापस लौटा तो बाइक गायब थी। पीड़ित ने बाइक इधर उधर ढूंढा, बाइक का पता नहीं चलने पर पुलिस को तहरीर दी, पुलिस यह प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की है।
केस 4 – बाइक चोरी की तीसरी घटना 7 सितम्बर की है। नगरा कस्बा निवासी भाजपा नेता जयनाथ दास उर्फ गुड्डू पांडेय 7 सितम्बर को रात 9 बजे दवा लेने बाजार में आए थे और सिकंदरपुर मार्ग पर बाइक खड़ी कर कुछ दूरी पर जाकर किसी से बात करने लगे। इसी बीच मौका पाकर चोरो ने उनके बाइक पर हाथ साफ कर दिया। पीड़ित भाजपा नेता ने उसी रात पुलिस को बाइक चोरी की तहरीर दे दी लेकिन पुलिस न तो प्राथमिकी ही दर्ज की है और न बाइक ढूंढ़ पाई है।
केस 5 – बाइक चोरी की चौथी घटना 20 अगस्त की है। क्षेत्र के पांडेयपुर निवासी दीपक कुमार पुत्र कैलाशनाथ 20 अगस्त को रात 8 बजे अपने पड़ोसी असलम अंसारी की बाइक मांगकर नगरा आए थे और रात दस बजे घर जाकर बरामदे में बाइक खड़ा कर घर के अंदर सो गए। सुबह जब नींद खुली तो बरामदे से बाइक गायब थी। पीड़ित ने 21 अगस्त को बाइक चोरी की तहरीर पुलिस को दे दी। इसके बाद थाने का एक सिपाही पीड़ित पर ही पंचायत के जरिये 40000 रु का दंड थोप दिया । मीडिया के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मुकदमा तो पंजीकृत कर ली लेकिन आजतक बाइक का पता नहीं लगा सकी।
केस 6 – थाना क्षेत्र के बलुआ निवासी केदारनाथ उपाध्याय के घर में 5 जून को तिलकोत्सव का कार्यक्रम था। तिलक में उपहार स्वरूप मिले एक बैग में 1,80000 रू के अलावा 75000 रू तथा चांदी के वर्तन, सिक्के, सुपाड़ी आदि था। बैग रात को चोरी हो गया। पीड़ित ने बैग चोरी की नामजद तहरीर पुलिस को दी लेकिन पुलिस मुकदमा दर्ज करने में आनाकानी करती रही। थक हार कर पीड़ित ने एक माह पूर्व मुख्यमंत्री एवं पुलिस अधीक्षक के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई, बावजूद इसके नगरा पुलिस ने अबतक न तो मुकदमा लिखी और न नामजद आरोपी को पकड़ सकी।