हल्दी। थाना क्षेत्र के हुकुमछपरा काली माता स्थान के समीप रविवार की शाम लाल बालू के चक्कर में हल्दी गांव का एक लाल गंगा नदी में समा गया। पुलिस प्रशासन की उदासीनता के कारण सोमवार की सुबह तक उसका कोई पता नहीं चल सका। पुलिस की माने तो वह यूपी के एरिया में नहीं बल्कि बिहार के एरिये में आने वाले पानी मे गिरा है।
हल्दी गांव के बगईचा टोला निवासी अखिलेश ऊर्फ मुखिया तुरहा 22वर्ष पुत्र श्री तुरहा लाल बालू की नाव पर मजदूरी करने का काम करता था। रविवार की शाम डोरी गंज से लाल बालू की नाव के साथ हुकुमछपरा घाट आया। वहां लाल बालू उतारा जाने लगा इसी बीच अपने गांव के एक मजदूर के साथ हल्दी स्थित अपने घर आया। कुछ देर घर रहने के बाद वह पुनः वह नाव पर गया। उसके गांव के कुछ युवक नहीं गये, लेकिन पैसा कमाने के लिए वह चला गया। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो खाली नाव घाट से 50 मीटर अंदर गई। उसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में समा गया। नाव पर सवार अन्य साथी उसे चुपके- चुपके ढुढने में लगे रहे। लेकिन मुखिया का कहीं पता नहीं चल सका। हालांकि रविवार को देर शाम हल्दी पुलिस को सूचना दे दी गई थी। सोमवार की सुबह इस घटना की सूचना अन्य लोगों को हुआ। तो गांव में कोहराम मच गया। इस बावत पूछे जाने पर थानाध्यक्ष आर एस नागर ने बताया कि सूचना मिली है कि बिहार में कहीं नाव से गिरा है।