दिग्विजय सिंह
नगरा, बलिया। नगर पंचायत नगरा का खामियाजा पशुओं के बाद आमजनों को भी झेलना पड़ रहा है। उसकी लापरवाही से नगरा रसड़ा मार्ग पर एक साल से खोदकर छोड़े गए नाले में गिरने से पशुओं की मौत होती थी, लेकिन सोमवार की सुबह तेज रफ्तार गाड़ी से बचने के प्रयास में गिरे पुलिस के जवान को विकलांग बना दिया। उसका पैर टूटकर अलग हो गया। दो घंटे तक उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। एक चाय दुकानदार की नजर पड़ी तो लोगों व पुलिस की मदद से अस्पताल पहुँचाया। आखिर इस घटना का जिम्मेदार कौन है ? क्या ऐसे ही जाती रहेगी सबकी जान। ईओ के साथ ही प्रशासनिक अमला व जनप्रतिनिधि भी उदासीन बने हुए है। जिसका दंश नगर पंचायत के निवासी व दुकानदार झेल रहे है।
गाजीपुर जिले के सुहवल निवासी 25 वर्षीय राम दुलारे देवरिया जिले में पुलिस में तैनात है ।राम दुलारे देवरिया से अपने घर जा रहे थे। अभी नगरा थाने के सामने पहुचे थे कि सामने से आ रही तेज रफ्तार गाड़ी से बचने के लिए बाएं भागे और असंतुलित होकर खोदी गयी नाली में पलट गए और पैर टूट कर अलग हो गया ।दो घण्टे से नाली में पड़े रहे , इसी बीच चाय विक्रेता जा रहा था तो देख लिया । दुकानदार के शोर पर अन्य लोग और पुलिस भी आ गयी तब तक घायल सिपाही होश में आ गया और अपने को स्टाफ बताया । फिर पुलिस और ग्रामीण नाले से निकाल कर निजी अस्पताल ले गए । जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गाजीपुर भेजा गया।