दिग्विजय सिंह
नगरा। वाह रे बलिया की नगरा पुलिस ! डेढ़ माह पूर्व दो पक्षों में हुई मारपीट में हल्की चोटें आने वाले पक्ष से मुकदमा दर्ज कर दिया, जबकि गंभीर रुप से घायल उस युवक को मुकदमा दर्ज करने के बजाय थाने से ही भगा दिया था। जिसकी इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गयी। मौत के बाद परिजन शव को थाने के सामने लेकर बैठ गए है। आज भी परिजन उस पक्ष पर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगा रहे है और बलिया की नगरा पुलिस कागजी छानबीन की बात कह रही है। पांच दिन पूर्व भी मनबढ़ों द्वारा दुकानदार की आंख फोड़ने के मामले में भी खुद अस्पताल पहुँचाने के बाद भी नगरा पुलिस ने 5 दिन बाद प्राथमिकी लिखी । नगरा पुलिस की ऐसी कार्यवाई सवाल पे सवाल खड़ा कर रही है। समाचार भेजे जाने तक पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने में आना कानी करती रही। इस बाबत थानाध्यक्ष डी के पाठक ने बताया कि कागज की जांच की जा रही है जो भी वैधानिक प्रक्रिया होगी पूरी की जाएगी ।
बता दें कि नगरा थाना क्षेत्र के पंडितपुरा गांव में 24 अगस्त 2021 को सुबह रास्ते को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले, जिसमें दोनों पक्ष के डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। मारपीट में एक पक्ष के 40 वर्षीय परमानंद को गम्भीर चोट आई थी।दोनों पक्ष थाने पर गया किन्तु आरोपित है कि पुलिस परमानन्द के पक्ष को थाने से भगा दी ।वहीं दूसरे पक्ष के लोगो का मेडिकल कराने के बाद मुकदमा भी दर्ज कर ली। घायल युवक को परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए , चिकित्सक ने सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। तभी से घायल युवक का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा था। सोमवार को युवक की हालत खराब होने पर चिकित्सको ने युवक को रेफर कर दिया। परिजन मऊ के किसी निजी अस्पताल में लेकर गए लेकिन अस्पताल में भर्ती से पहले ही युवक की मौत हो गई। परिजन युवक के शव को थाने लेकर पहुंचे और प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने लगे।युवक की मौत की जानकारी होते ही दर्जनों पुरुष महिला थाने पर पहुंच गए लेकिन पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने में आनाकानी करती रही।