श्री सिंह अपने जुझारू तेवर और बेबाक टिप्पणियों से हमेशा सुर्खियों में रहते है। यहां तक कि जिले के अधिकारियों से असंतुष्ट होने के बाद उनके ऊपर भी कार्यवाई को लेकर मुखर रह चुके है। बैरिया थाने के एसआई वीरेंद्र यादव पर एसपी द्वारा कार्यवाई न करने पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह के खिलाफ भी हुंकार भरी थी। उस समय भी वह मामला योगी दरबार पहुँचा था। एक बार फिर रविवार को पुनः बलिया की जिलाधिकारी आदिति सिंह को लेकर मुखर हुए है। उनकी कार्यप्रणाली से नाखुश श्री सिंह ने उन्हें तत्काल बलिया से हटाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया। उन्होंने एनएच 31 की दुर्दशा पर भी मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहे कि साढ़े सात वर्षों से यह सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। केन्द्र में हमारी सरकार है और उत्तर प्रदेश में भी बावजूद इसे बनवाने की बात तो दूर इसे ठीक भी नही करा सके है। इस पर बैठक में मौजूद उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनएच 31 को जल्द से जल्द ठीक करवाने का आश्वासन दिया। विधायक ने मुख्यमंत्री से शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने की मांग भी मुख्यमंत्री से की जिसपर मुख्यमंत्री ने उचित कार्रवाई का आश्वासन विधायक को दिया।