दिग्विजय सिंह
नगरा। आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत मंगलवार को श्री नरहेजी महाविद्यालय के सभागार में विधिक जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक संगोष्ठी आयोजित की गई जिसका विषय था “आजाद भारत के अचूक अस्त्र”। जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में नरहेजी विधि महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ बलराम राय ने कहे कि संविधान प्रबंधक मूल अधिकारों का यदि विधिवत संयोजन और समंजन हम करें तो अपने जीवन और सामाजिक सरोकारों के साथ साथ अपनी आजादी को भी अक्षुण बनाए रख सकते हैं।
कहे कि हमें चाहिए कि हम अपने अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी रखें और उन्हें दुरुपयोग होने से बचाएं। इससे पहले संगोष्ठी का शुभारम्भ प्राचार्या डॉ सुशीला सिंह ने किया।डॉ श्वेता सिंह, डॉ कृष्ण मोहन सिंह, यास्मीन बानो एवं अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं ने विचार व्यक्त किए। अंत में प्राचार्या ने सबको धन्यवाद ज्ञापित किया।