जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के पुलिस जिला बरूईपुर के बासंतिक थाना क्षेत्र के एक गांव से 27 अगस्त को बाजार में समान खरीदने गई किशोरी गायब हो गई। काफी खोज बिन के बाद किशोरी के परिजन वहां के थाने में 3 सितम्बर को किशोरी के गायब होने का मुकदमा पंजीकृत कराया। इसके बाद वहां की पुलिस ने किशोरी का लोकेशन ट्रेस करने के साथ ही गायब हुए बच्चो के लिए काम करने वाली संस्था मिशन मुक्ति फाउंडेशन नई दिल्ली को किशोरी को बरामद करने की जिम्मेदारी सौंपी।
बलिया जनपद में किशोरी का लोकेशन मिलते ही संस्था ने बाल संरक्षण अधिकार आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर किशोरी को बरामदगी हेतु सहयोग मांगा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एसपी बलिया को निर्देशित कर संस्था का सहयोग करने को कहा। सोमवार को मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व बलिया पहुंची टीम पुलिस अधीक्षक रजकरन नैय्यर से मिलने के बाद चाइल्ड लाइन के कोर्डिनेटर युशुफ खान के साथ नगरा थाने पहुंची और एसआई मायापति पांडेय एवं पुरुष महिला पुलिस के साथ विशुनपुरा पहुंची।
वहां संस्था के दिलीप कुमार व यूशुफ खान नकली ग्राहक बनकर आर्केस्ट्रा संचालक के घर पहुंचे और जन्मदिन पर आर्केस्ट्रा प्रोग्राम करने का बहाना बनाकर नर्तकियों को देखने की डिमांड की। आर्केस्ट्रा संचालक ने जिन लड़कियों को दिखाया, उसमे पश्चिम बंगाल से गायब किशोरी मिल गई। संस्था एवं चाइल्ड लाइन के सदस्यों से सिग्नल मिलते ही आसपास खड़ी नगरा पुलिस मौके पर पहुंच किशोरी को हिरासत में ले लिया तथा थाने ले आई। थाने में संस्था के सदस्यों ने आर्केस्ट्रा संचालक के खिलाफ तहरीर दी है। जिसपर पुलिस कार्यवाही में जुट गई है।