सुखपुरा। हमारे पुरखों की बड़ी बड़ी कुर्बानियों के बाद हमे आजादी मिली है। आजादी के इतिहास को अक्षुण्ण बनाए रखने और राष्ट्र के नवनिर्माण की गुरुतर जिम्मेदारी आज के युवाओं की है। युवा आगे बढ़े और बिना किसी भेदभाव के दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र के नवनिर्माण का संकल्प ले। मां भारती की यही पुकार है। उक्त बातें वयोवृद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित राम विचार पांडे ने कही
सेनानी श्री पांडेय सोमवार को शहीद दिवस के मौके पर शहीद स्मारक पर ध्वजारोहण करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कहा कि किसी भी राष्ट्र समाज व परिवार की पहचान उसके पुरखों से होती है। गुलामी में जकड़ी भारत माता जब आजादी के लिए कराह रही थी, तो यही हमारे पुरखे बिना किसी भेदभाव के अपने खून से राष्ट्र को आजाद कराए। इन्हीं की शहादत को हम आज याद कर रहे हैं ।उनकी कुर्बानी हमें युगों युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। द्विजेंद्र मिश्रा ने कहा कि आज का यह दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। इसे बराबर याद रखने की जरूरत है। बच्चों को यह शहीद स्मारक देश के लिए कुछ कर गुजरने की बराबर प्रेरणा देता रहेगा। इसके पूर्व सेनानी रामविचार पांडेय ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के गगनभेदी नारे के बीच शहीद स्मारक पर ध्वज फहराया।
शहीद स्मारक समिति के बैनर तले आयोजित शहीद दिवस पर निर्माणाधीन शहिद स्मारक पुस्तकालय वाचनालय परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शहीदों की स्मृतियों को नमन किया गया। वयोवृद्ध चिकित्सक दीनानाथ ओझा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में स्व. गौरी शंकर के परिवार के मानिक चंद वर्मा ने कहा कि शहीदों की शहादत को हम कभी भूल नहीं सकते उनकी कुर्बानियां युगो युगो तक आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी ।श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में श्री राम सिंह, हरिशंकर सिंह,विनय सिंह,बसंत सिंह, अख्तर अली, रामाशंकर यादव, प्रविण सिंह, अभय सिंह, कामरेड विप्लव सिंह, राजू वारसी, हरेंद्र सिंह, गिरजा शंकर सिंह, राहुल सिंह टिंकू, अमीत सिंह, समरेंद्र सिंह ,रोहित कुमार सिंह आदि लोग शामिल रहे संचालन शहीद स्मारक समिति के सचिव हरेराम सिंह ने किया।
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