*सूबे की सरकार की सख्ती के बाद भी नहीं दिख रहा पैसा हजम करने वालों पर असर*
हालांकि लोगों को भ्रम है कि सरकारमे सबकुछ ठीक चल रहा है। लेकिन आज भी लोगों के कामकाज का तरीका नहीं बदला। तीन साल पहले सांसद निधि से स्वीकृत सड़क का निर्माण आज तक नहीं हुआ। ऐसे में ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है । नगरा ब्लाक के तियरा हैदरपुर में वर्ष 2017-18 में 300 मीटर लंबी सड़क के लिये 10 लाख रुपए सांसद निधि से स्वीकृत किया गया । सांसद निधि से पैसा स्वीकृत होने के बाद वर्ष 2017-18 में पत्रावली कार्यदायी संस्था जिला पंचायत को भेज दी गई और साढ़े सात लाख रुपये सड़क निर्माण के लिए आवंटित किया गया। लेकिन आज तक इस सड़क का निर्माण विवादित मार्ग दिखाकर उसके हाल पर छोड़ दिया गया।
विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि इस मामले में न तो कोई जांच की गई और ना ही फिर से काम शुरू कराने की दिशा में ठोस कवायद की गई। ऐसे में गांव के लोगों का मानना है कि सरकार बदलने के बाद भी लूट खसोट करने वाले लोगों के खिलाफ कोई जांच नहीं की जा रही है। इसमें केवल अकेले ठेकेदार ही नहीं बल्कि जिला पंचायत और सांसद निधि की देखभाल करने वाले भी जिम्मेदार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जब कि जिला पंचायत की फ़ाइल पर विवादित लिखकर छोड़ दिया गया है।