भीमपुरा। स्थानीय बाजार में संचालित एक अस्पताल पर शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की उसके बाद उसके कुछ हिस्से को सील कर दिया। पूछने पर टीम के मुखिया केवल शिकायत का हवाला देकर बाकी जांच के बारे में कुछ भी बताने से कतराते रहे। विभाग की छापेमारी से बाजार में स्थित स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कारोबारियों में हड़कम्प जरूर था लेकिन शटर फिर भी खुले रहे। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों की हनक किस तरह की है। अस्पताल पूरी तरह सील है भी या सिर्फ खानापूर्ति पूरा किया गया है यह लोगों में सस्पेंस बना हुआ है। क्योंकि अस्पताल का मुख्य गेट पूरी तह से खुला हुआ है।
स्थानीय बाजार में बेलौली मार्ग पर स्थित राहुल अस्पताल पर दोपहर में अचानक स्वास्थ्य विभाग वे टीम की एक गाड़ी पहुँची। उसमे से निकलकर कुछ स्टाफ अस्पताल के अंदर गए और जांच करने के बाद अस्पताल के तीन कमरे सील कर दिए।बाकी सारी सेवाएं जारी रही। जांच टीम के मुखिया ने बताया कि अस्पताल की शिकायत मिली थी जिसके क्रम में सीएमओ के निर्देश पर जांच की जा रही है। अस्पताल के कुछ कमरों के सील और बाकी सब सेवाएं जारी रहने पर जांच की जा रही है। लेकिन बिना जांच कम्प्लीट हुए सील की कार्यवाही समझ से परे है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के बाजार में होने की जानकारी होते ही उस सेवा से जुड़े लोगों में हड़कंप की स्थिति हो गयी। लेकिन टीम के कुछ देर वही पर रुकने के बाद दुकानदार फिर बेखौफ अपने अपने शटर रहे। सवाल यह है कि आखिर किसकी शिकायत पर स्वास्थ्य टीम पहुंची थी। बाजार में पहुँचने पर इतने बड़े बाजार में क्या उसे कोई और अस्पताल या जांच सेंटर या मेडिकल की दुकानें नहीं दिखाई दी। मीडिया के द्वारा पूछने पर भी टीम के नेतृत्व कर्ता ने स्पष्ट जबाब देना उचित नहीं समझा। जांच में क्या मिला, किस आधार पर सील किया गया क्या शिकायत कर्ता की शिकायत सही थी। इतना बताने से बचते रहे।
