लखनऊ। राष्ट्रपति चुनाव के बाद ओम प्रकाश राजभर और बीजेपी में नजदीकियां और बढ़ गयी है। राष्ट्रपति चुनाव के बाद योगी सरकार ने ओम प्रकाश राजभर को ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है। जिसको लेकर राजीनीतिक गलियारों में हलचल मवह गयी है। लोगों का मानना है कि सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करना कहीं न कहीं उनके बीच खटास दूर होने के संकेत है।
देश के राष्ट्रपति चुनाव खत्म होने के बाद प्रदेश सरकार ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। जिससे राजीनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है। राजभर की सुरक्षा में 16 पुलिस कर्मी तैनात होंगे। शासन के आदेश पर गाजीपुर पुलिस ने उन्हें यह सुरक्षा दी है। राष्ट्रपति चुनाव में राजभर ने मुर्मू के पक्ष में वोट किया था। जिसके बाद योगी सरकार ने यह कदम उठाये है। इसके बाद लोगों का कमिटमेंट है कि ओमप्रकाश राजभर को राष्ट्रपति के पक्ष में मतदान करने का इनाम दिया गया है। लेकिन कहीं न कहीं यह सपा और सुभासपा गठबंधन में दरार की रेखा खींची दिख रही है। चुनाव से पहले भी दोनों दलों के बीच मीडिया में विरोधाभासी बयान आ चुके है। आज के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद सियासत के रणनीतिकार यह माने लगे है कि बीजेपी और राजभर के बीच एक बार फिर नजदीकियां बफहने लगी है जो लोकसभा चुनाव को देखते हुए विपक्ष के लिए पूर्वांचल में असहज की स्थिति पैदा कर सकता है।
यूपी में विपक्ष में 7-10 वोट क्रॉस हुए हैं