बृजेश सिंह
बलिया। भीमपुरा थाना क्षेत्र के बाराडीह लवाई पट्टी गांव निवासी रामप्रवेश यादव के एकलौते पुत्र हिमांशु यादव का शव 48 घंटे बाद भी नहीं मिल सका। हालांकि उसके शव को ढूढ़ने के लिए बेल्थरारोड स्थित घाघरा नदी में पिछले 24 घण्टे से एनडीआरएफ की टीमें भी लगी रही। लेकिन शव का पता नहीं चल सका। उसकी खोज के लिए बेल्थरारोड से लेकर कठौड़ा तक नदी में सर्च अभियान चलाया गया लेकिन असफलता ही हाथ लगी है। गुरुवार की शाम को हिमांशु की बहन ने थाने आकर एक बार फिर तसल्ली की साइकिल किसी और का तो नहीं। साइकिल की पहचान पर ये माना जा रहा है कि पुल से कूदने वाला किशोर हिमांशु ही होगा।
बता दें कि बाराडीह निवासी हिमांशु यादव मंगलवार की सुबह किसी काम के लिए घर से निकला लेकिन वह शाम तक घर नहीं पहुँचा। जिसके बाद परिजनों ने खोजबीन शुरु कर दी। कही भी पता न चलने पर इसकी सूचना भीमपुरा पुलिस को दी। मंगलवार की शाम को तुर्तीपार पुल से कूदते हुए एक किशोर को नाविकों ने देखा तो उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन उनके पहुँचने से पहले ही वह नदी की धारा में समा गया। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना उभांव पुलिस को दी। उभांव पुलिस ने इसकी सूचना आसपास के थानों को दी। स्थानीय थाने से मिली सूचना पर परिजनों ने पहुँचकर सायकिल की पहचान की। इस संबंध में एसओ आर एस नागर ने बताया कि मंगलवार को शव नहीं मिल पाने पर बुधवार को एनडीआरएफ की दो टीमें बुलायी गयी। टीमें हल्दीरामपुर से लेकर कठौड़ा तक तलाश की। तलाश अभी जारी है।