प्रतीकात्मक फोटो: सोशल मीडिया |
कुमार सत्यम
बलिया। पेट्रोल पम्पों पर बहुत ही चालाकी से ग्राहकों की जेब काटी जा रही है। दिखाने के लिए तो पम्पों पर पेट्रोल 99.17 रुपये लीटर है लेकिन ग्राहकों को 100 रुपये में भी एक ही लीटर पेट्रोल मिलता है। पम्प के कर्मचारियों की मानें तो मशीन की सेटिंग राउंड फीगर के अनुसार है। इससे रोजाना जिले के ग्राहकों से लाखों की काली कमाई की जा रही है।
पेट्रो मूल्यों की महंगाई के चलते एक ओर लोग जहां परेशान हैं वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों की जेब भी खूब कट रही है। बताया जाता है पेट्रोल पंप संचालकों की ओर से अवैध कमाई के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। पिछले कई महीनों से लगातार पेट्रो मूल्यों में बढ़ोतरी हो रही है इसके चलते ग्राहक भी ऊहापोह में रहते हैं। अधिकांश पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रॉनिक मशीनें लगी हैं जिससे वह तेल का वितरण करते हैं। ग्राहक भी अब रुपये के अनुसार ही तेल खरीदते हैं ताकि उसे परेशान न होना पड़े। वर्तमान में जिले में पेट्रोल का मूल्य 99.17 रुपये प्रति लीटर है। लेकिन हैरानी की बात है कि किसी भी पेट्रोल पंप पर अगर आप सौ रुपये का पेट्रोल लेते हैं तो पूरे एक लीटर ही तेल मिलता है। इस बाबत पंप के कर्मियों का कहना है कि मशीनों को राउंड फीगर के अनुसार सेट किया गया है लिहाजा एक पैसा भी अधिक होगा रुपये पूरा लगते हैं। इससे साफ है कि प्रति लीटर 83 पैसे ग्राहकों की जेब काट अवैध कमाई जाती है। बतौर उदाहर रविवार को सोहांव स्थित पेट्रोल पंप पर भरौली निवासी युवक शिवम राय ने अपनी बाइक में 100 रुपये का तेल लिया लेकिन उसे केवल एक लीटर ही पेट्रोल मिला। जिले में कुल 70 पेट्रोल पंप हैं और प्रतिदिन करीब 60 हजार लीटर पेट्रोल की खपत है।
साढ़े चार साल पहले सात पंपों के 11 नोजल हुए थे सीज
बलिया। साढ़े चार साल पहले इलेक्ट्रानिक चिप सहित अन्य माध्यमों से पेट्रोल और डीजल की घटतौली करने वालों के विरुद्ध सरकार ने अभियान चलाकर कार्रवाई का निर्देश दिया था। कुछ दिनों तक यह अभियान चला और कई पेट्रोल पंप मालिकों का सच उजागर हुआ था। सात पेट्रोल पंपों के 11 नोजल भी अधिकारियों ने सीज किया था। लेकिन समय के साथ-साथ यह अभियान ठंडा पड़ गया। पेट्रोल पंपों फिर से मनमानी व अवैध कमाई का खेल शुरू हो गया है।
पैसे के अनुसार तेल का नहीं मिलना यह पूरी तरह अपराध है। जल्द ही टीम गठित कर पेट्रोल पंपों की जांच कराई जाएगी और अनियमितता मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
– कृष्ण गोपाल पांडेय, जिला पूर्ति अधिकारी, बलिया।