रमेश
विशुनपुरा। सरदार वल्लभभाई पटेल सेवा संस्थान बिल्थरारोड के तत्वावधान में रविवार को क्षेत्र के गौवापार गाँव मे भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 146 वी जयंती एकता दिवस के रूप में मनाते हुए उन्हें भावपुर्ण स्मरण किया गया । सर्व प्रथम मुख्य अतिथि प्रवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश पटेल ने लौह पुरूष के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
श्री पटेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि आजादी के तुरंत बाद 562 से ज्यादा देसी रियासतों का जिस बुद्धिमत्ता और दृढ़ता से भारत में विलय कराया, और अखंड भारत का निर्माण कराया । वह अपने आप में बड़ी मिसाल है। इस बड़ी उपलब्धि के कारण उन्हें लौहपुरुष कहा गया।1928 में बारदौली सत्याग्रह आंदोलन के जरिये किसानों की लड़ाई को अंजाम तक पहुँचाया । दृढ़ता के अलावा, नेतृत्व क्षमता, वाकपटुता, बुद्धि-चातुर्य, इच्छाशक्ति, कुशल व्यवस्थापक, विनम्रता, व्यावहारिकता आदि उनके ऐसे गुण रहे, जो आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा दायक है।
पूर्व विधायक गोरख पासवान ने कहा कि अगर लौह पुरूष पटेल जी आज जीवित होते तो देश मे आतंकवाद, उग्रवाद अलगाववाद ,संप्रदाय वाद जैसी ताकतों के फन उठने से पहले ही कुचलवा देते । पूर्व मंत्री छठु राम ने कहा कि पटेल जी आधुनिक भारत के शिल्पकार, राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार होने के साथ साथ किसान हित के बड़े ही चिंतक थे उनके आदर्श से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।इस अवसर पर जितेंद्र प्रेमी ,रामकृपाल यादव, दिनेश पटेल,जनरंज कवि,संजय यादव आदि ने लोकगीत के माध्यम से पटेल जी की जीवनी पर प्रकाश डाला । ज्ञान चंद पटेल, जयराम पटेल , मुन्ना राम ,दीपक कनौजिया ,प्रेम पटेल, ने संबोधित किया । अध्यक्षता मिथिलेश पटेल व संचालन रघुबंश पटेल ने किया ।