–कामेश्वर चैरिटेबल ट्रस्ट ने बच्चों में वितरित किया बांटा गुड़ और ब्रेड
बलिया : हिन्दी के मौलिक निबन्धकार, उत्कृष्ट समालोचक एवं सांस्कृतिक विचारधारा के प्रमुख उपन्यासकार तथा पद्म विभूषण से अलंकृत आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी को उनकी जयंती पर गुरुवार को नमन किया गया। उनके पैतृक गांव ओझवलिया में आयोजित समारोह में कामेश्वर चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बच्चों के बीच गुड़ व ब्रेड का वितरण किया गया। वहां की ग्राम प्रधान ने इन सामानों का वितरण करते हुए आचार्य के आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मौके पर ट्रस्ट के सचिव संतोष तिवारी ने कहा कि प्रमुख रूप से आलोचक, इतिहासकार और निबंधकार प्रख्यात द्विवेजी जी की कवि हृदयता यूं तो उनके उपन्यास, निबंध और आलोचना के साथ-साथ इतिहास में भी देखी जा सकती है, लेकिन एक तथ्य यह भी है कि उन्होंने बड़ी मात्रा में कविताएँ लिखी हैं। हज़ारी प्रसाद द्विवेदी को भारत सरकार ने उनकी विद्वत्ता और साहित्यिक सेवाओं को ध्यान में रखते हुए साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में 1957 में ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया था। आज आवश्यकता उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए उनके सपनों के अनुरूप भारत के नवनिर्माण की है।